Saturday, July 7, 2018

वरिष्ठ साहित्यकार श्री प्रभाकर चौबे की स्मृति में श्रद्धा्ंजली सभा आयोजित

वरिष्ठ साहित्यकार व पत्रकार श्री प्रभाकर चौबे की पुण्य स्मृति में समाज के सभी वर्गों , मीडिया साहित्यिक क्षेत्र से जुड़े विभिन्न संगठनों एवं मित्रों द्वारा संयूक्त रूप से बैरन बाज़ार स्थित आशीर्वाद भवन में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धाञ्जली सभा का सम्पूर्ण दायित्व एवम संचालन वरिष्ठ साहित्यकार व संपादक श्री ललित सुरजन ने किया।
इस श्रद्धाञ्जली सभा मे प्रगतिशील लेखक संघ, छत्तीसगढ़ प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन, इप्टा , जनवादी लेखक संघ सहित विभिन्न ट्रेड यूनियन व साहित्यिक सांस्कृतिक संगठनों से जुड़े साथियों ने भागेदारी की । सभा मे रायपुर के अलावा अम्बिकापुर ,बिलासपुर,कोरबा, भाटापारा,दुर्ग, भिलाई,धमतरी,राजिम,कोम्मा,राजनांदगाँव सहित पूरे छत्तीसगढ़ के विभिन्न नगरों व कस्बों से बड़ी संख्या में सुधिजन शामिल हुए ।इस अवसर पर बड़ी संख्या में मित्रों ने प्रभाकर चौबे के साथ अपनी स्मृतियां साझा करते हुए उन्हें श्रद्धाञ्जली अर्पित की ।
श्री प्रभाकर चौबे पत्रकारिता व साहित्य के साथ ही समाजसेवा व ट्रे़ड यूनियन में भी लगातार सक्रिय रहे । श्री प्रभाकर चौबे प्रगतिशील लेखक संघ व भारतीय जन नाट्य संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंडल में एवं हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य तथा छत्तीसगढ़ प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन के संरक्षक थे । वे दशकों ट्रेड यूनियन में प्रमुख पदों पर लगातार सक्रिय रहे।
पत्रकारिता के साथ साथ उन्होने साहित्य में भी काफी लिखा । उनकी प्रकाशित कृतियों में ''विज्ञानप के बहाने'' व्यंग्य रचनाओं का संकलन ,''खेल के बाद मैदान '' कविताओ का संकलन ,''रोजनामचा '' संपादकीय का संकलन ,''हे, विदूषक तुम मेरे प्रिय '' व्यंग्य उपन्यास ,''गाँधी जी मिले'' व्यंग्य संग्रह , ''अजी सुनिए'' व्यंग्य एकांकी ''फुरसतिया चिन्तन'' व्यंग्य रचनाओं का संकलन,''यात्रा से पहले यात्रा'' रम्य रचनाओं का संकलन , ''नई सदी नए सवाल'' समसामयिक लेखों का संकलन, ''वापसी'' उपन्यास प्रमुख हैं ।
श्री प्रभाकर चौबे को उनके समग्र योगदान के लिए मुक्तिबोध सम्मान , कवि नारायण लाल परमार सम्मान , प्यारेलाल गुप्त सम्मान ,मायाराम सुरजन लोक चेतना सम्मान सम्मान के साथ ही अनेक अवसरों पर विभिन्न संस्थाओं द्वारा सम्मान व पुरुस्कारों से विभूषित किया गया ।


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